Air Conditioner क्या है AC का full form क्या है, AC का आविष्कार किसने किया था

Air Conditioner, जिसे AC कहा जाता है, एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो एक आवासीय या व्यापारिक स्थान की तापमान को नियंत्रित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। AC का पूरा नाम “Air Conditioning” है, जिसे कंडीशनिंग का शब्द उत्पन्न हुआ है, जिसका मतलब है तापमान को नियंत्रित करना। इसे 20वीं सदी के आरंभ में अमेरिकी इंजीनियर विलिस हैवेल और जीन स्पेन्सर ने विकसित किया था, Air conditioner kya hai, AC ka full form kya hai, AC ka Aavishkar kisne kiya tha।

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AC में ton क्या होता है

AC में “ton” एक इकाई है जिसका उपयोग ऊर्जा मात्रा को मापन करने के लिए किया जाता है, विशेषकर एयर कंडीशनिंग इकाइयों के लिए। एक टन में ऊर्जा की मात्रा का माप ब्रिटिश यूनिट (BTU) में होता है, Air conditioner kya hai, AC ka full form kya hai, AC ka Aavishkar kisne kiya tha।

1 टन के बराबर कितने BTU होते हैं, इसे यह सांझा करता है: 1 टन = 12,000 BTU/hr

यह मात्रा उच्चतम स्थिति में एक घंटे में एक टन की एयर कंडीशनिंग इकाई द्वारा प्रदान की जानेवाली ऊर्जा की मात्रा है।

इसका मतलब है कि यदि आपकी घर की आवश्यकताओं के अनुसार 2 टन की एयर कंडीशनिंग इकाई की आवश्यकता है, तो वह 24,000 BTU/hr की ऊर्जा प्रदान करेगी।

टन का उपयोग आमतौर पर एयर कंडीशनर्स और रिफ्रिजरेटर्स के ऊर्जा क्षमता की मात्रा को मापन करने में होता है, ताकि लोग सही आकार की उपकरण खरीद सकें जो उनकी आवश्यकताओं को पूरा कर सकेगा, Air conditioner kya hai, AC ka full form kya hai, AC ka Aavishkar kisne kiya tha।

एयर कंडीशनर कैसे काम करता है, Air conditioner kaise kaam karta hai

  1. कंप्रेस्सर (Compressor): एयर कंडीशनर का कंप्रेस्सर एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो ऊर्जा को बढ़ाकर रेफ्रिजरेंट गैस को उच्च दबाव में पुनः प्रारंभ करता है। जब यह गैस प्रेशर में बढ़ता है, तो उसका तापमान भी बढ़ता है।
  2. कंडेंसर (Condenser): यहां, रेफ्रिजरेंट गैस को वायुमंडल से मिलकर विभिन्न प्रकार की कुंजीली ट्यूब्स में भेजा जाता है जिससे गैस का तापमान घटता है और यह शीतल होता है, उदाहरण के लिए एक फैन के माध्यम से।
  3. एक्सपैंशन वॉल्व (Expansion Valve): इस वाल्व के माध्यम से रेफ्रिजरेंट गैस को कंडेंसर से इकट्ठा किया जाता है और इसे बार-बार प्रेशर कम करके गैस को गैसीय हालत में बदलता है। इसका परिणाम होता है कि गैस का तापमान बहुत कम होता है और यह बहुत ठंडी होती है।
  4. एवेपोरेटर (Evaporator): इस हिस्से में, ठंडी रेफ्रिजरेंट गैस को कम प्रेशर में रेफ्रिजरेंट ट्यूब्स में भेजा जाता है जो वातावरण से होकर अपनी गैसीय हालत को बदलता है और वातावरण को ठंडा करने के लिए ऊर्जा अदान-प्रदान करता है। इस प्रक्रिया के दौरान, एयर कंडीशनर वातावरण को ठंडा करने के लिए होता है और फिर यह ठंडा वायु कंपर्टमेंट में वापस ब्लोअ करता है।

एयर कंडीशनर कितने प्रकार के होते हैं, Air conditioner kitne prakar ke hote hain

एयर कंडीशनर कई प्रकार के होते हैं, जो विभिन्न आवश्यकताओं और वातावरण की आधार पर डिज़ाइन किए जाते हैं। यहां कुछ मुख्य प्रकार की एयर कंडीशनर्स की जानकारी है:

  1. विंडो एयर कंडीशनर: ये एयर कंडीशनर्स छोटे होते हैं और एक विंडो के अंदर स्थापित किए जा सकते हैं। इन्हें छोटे कमरों और छोटे दुकानों के लिए आमतौर पर चुना जाता है।
  2. स्प्लिट एयर कंडीशनर: यह एयर कंडीशनर दो भागों में विभाजित होता है – एक इनडोर यूनिट जो कमरे के अंदर स्थापित होता है, और एक आउटडोर यूनिट जो बाहर स्थापित होता है। इन्हें अधिक बड़े कमरों और घरों के लिए उपयोग किया जाता है।
  3. डक्टेड एयर कंडीशनर: इन्हें पूरे घर में ठंडा वायु पहुँचाने के लिए डक्ट्स के माध्यम से हवा को पहुँचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये घरों और व्यापारी स्थानों के लिए उपयोगी होते हैं जहाँ बड़े क्षेत्रों को ठंडा रखने की आवश्यकता होती है।
  4. पोर्टेबल एयर कंडीशनर: ये एयर कंडीशनर हल्के होते हैं और उन्हें आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। वे कमरों की तुरंत ठंडा करने के लिए उपयोग हो सकते हैं, लेकिन उनकी ऊर्जा क्षमता सीमित होती है।
  5. वाटर कूलर: ये एक प्रकार के पोर्टेबल एयर कूलर होते हैं जो पानी का इस्तेमाल करके हवा को ठंडा करते हैं। ये ऊर्जा दक्ष होते हैं लेकिन वातावरण की आधार पर उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त नहीं हो सकते, Air conditioner kya hai, AC ka full form kya hai, AC ka Aavishkar kisne kiya tha।

एयर कंडीशनर में कौन सी गैस भरी जाती है

एयर कंडीशनर में एक विशिष्ट प्रकार की रेफ्रिजरेंट गैस भरी जाती है, जो वायुमंडल को ठंडा बनाने और तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है। इसके लिए कई प्रकार की रेफ्रिजरेंट गैसें हो सकती हैं, लेकिन विभिन्न एयर कंडीशनर्स विभिन्न रेफ्रिजरेंट गैसों का उपयोग करते हैं।

कुछ प्रमुख रेफ्रिजरेंट गैसों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

  1. R-22 (फ्लुओरोकार्बन): यह पहले बहुत प्रचलित रेफ्रिजरेंट गैस था, लेकिन यह अब बहुत ही कम उपयोग होता है क्योंकि यह वायरमेंट अर्थाता ओजोन के नुकसान का कारण बन सकता है।
  2. R-410A (फ्लुओरीन): यह एक अद्यतित रेफ्रिजरेंट गैस है जिसका उपयोग आधुनिक एयर कंडीशनिंग सिस्टम्स में किया जाता है। यह ओजोन के नुकसान का खतरा नहीं है, लेकिन यह उच्च दबाव पर काम करता है।
  3. R-32 (फ्लुओरीन): यह एक और स्वच्छ रेफ्रिजरेंट गैस है जो आधुनिक एयर कंडीशनर्स में उपयोग हो सकता है। यह भी ओजोन के प्रति योजना के संरूप में अच्छा है।

1 घंटे में एसी कितनी Unit बिजली खाता है

एसी की बिजली की खपत उसकी क्षमता, उपयोग की अवधि और परिवेशीय कारकों पर निर्भर करती है। आम तौर पर, 1 टन की क्षमता वाले एक आम एयर कंडीशनर के लिए:

  • 1 घंटे में लगभग 1.2 से 1.5 यूनिट बिजली खर्च होती है। यह 1200 से 1500 वॉट बिजली का उपभोग है।
  • एयर कंडीशनर को अधिकतम सेटिंग पर लगाने से बिजली की खपत अधिक होगी। इससे 1 घंटे में 1.8 से 2 यूनिट बिजली लग सकती है। यानी 1800 से 2000 वॉट।

Air कंडीशनर का आविष्कार किसने किया था, Air conditioner ka aavishkar kisne kiya tha

एयर कंडीशनर का आविष्कार विलिस हैविलैंड कैरियर ने 1902 में किया था। वह एक अमेरिकी इंजीनियर थे, जो कॉर्नेल विश्वविद्यालय से स्नातक थे। उन्होंने बफैलो फोर्ज प्रिंटिंग प्लांट में काम करते हुए एयर कंडीशनर का आविष्कार किया था। प्लांट में गर्मी होने के कारण अखबार में प्रिंटिंग सही तरीके से नहीं हो पा रही थी और रंगीन स्याही पेपर पर अच्छे से नहीं छपती थी। इस परेशानी से बाहर निकलने के लिए विलिस हेवलैंड कैरियर ने एयर कंडीशनर का आविष्कार किया था। कैरियर के इस आविष्कार ने प्रिंटिंग प्लांट में एक ठंडा वातावरण पैदा किया और प्रिंटिंग आसानी से हो पाई, Air conditioner kya hai, AC ka full form kya hai, AC ka Aavishkar kisne kiya tha।

विलिस हैविलैंड कैरियर के द्वारा बनाया गया पहला एसी इतना बड़ा था कि ये केवल कंपनियों में ही लगाया जा सकता था। इसे घर पर लगाना नामुमकिन था। कहा जाता है कि विलिस हेवलैंड ने ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद ही AC पर काम करना शुरु कर दिया था और 1902 में उन्हें सफलता मिली। इसके बाद कैरियर ने 1915 में एयर कंडीशनर और हीटिंग वेंटीलेशन नाम से एक कंपनी खोली जहां उन्होंने बड़े स्तर पर इसका प्रोडक्शन शुरु किया, Air conditioner kya hai, AC ka full form kya hai, AC ka Aavishkar kisne kiya tha।