Email क्या है, Email का मतलब क्या है, Email ka full form kya hai

Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai

Email का full form Electronic Mail होता है, Email एक ऑनलाइन मैसेज भेजने का तरीका होता है। Email ka full form kya hai, जिसके लिए इंटरनेट कनेक्शन अनिवार्य होता है, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai, Email मुख्य रूप से बिजनेस के उद्देश्य से इस्तेमाल किया जाता है। Email के जरिए किसी भी प्रकार की फाइल भेजी जा सकती है, जैसे कि ऑडियो वीडियो फोटो या अन्य किसी प्रकार का डॉक्यूमेंट इत्यादि। Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai

E-mail Electronic Mail
Founder Ray Tomlinson
Email system founder Shiva Ayyadurai
मुख्य Email प्रदाता जीमेल, याहूमैल, रिडिफमेल

Email kya hai, Email ka full form kya hai

Email एक इंटरनेट आधारित मैसेजिंग सेवा है, जिसका इस्तेमाल करके ऑनलाइन मैसेज भेजा जा सकता है। या प्राप्त किया जा सकता है, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai, Email अकाउंट का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की वेबसाइट पर अकाउंट बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन कार्यों के लिए Email अकाउंट अनिवार्य होता है। एक Email अकाउंट के लिए डोमेन नेम और उस डोमेन नेम पर रजिस्टर यूजरनेम अनिवार्य होता है, जोकि @ के साथ लिंक किया जाता है, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai।

जैसे की support@apsole.com, तो इसमें support यूजरनेम होगा। जोकि उपयोगकर्ता अपनी पसंद के अनुसार रख सकता है, और उसके बाद सभी Email में @ ऑटोमेटिक लागू हो जाता है। और उसके बाद उस वेबसाइट का domain नाम रहता है, जिस पर वो Email अकाउंट बनाया जाता है, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai।

Email सेवा कौन देता है

Email सेवा प्रदान करने के लिए एक बहुत बड़े सर्वर सिस्टम की जरूरत होती है। जिसमें बहुत सारी बड़ी-बड़ी कंपनियां कार्यरत है, और अपनी Email सेवाओं को पूरी दुनिया में फ्री इस्तेमाल के लिए प्रोवाइड कर रही हैं। जिसमें से सबसे ज्यादा इस्तेमाल गूगल के Email सेवा का किया जाता है, जिसे जीमेल के नाम से भी जाना जाता है। यह दुनिया के कुछ मुख्य Email सेवा प्रदाता, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai।

  • Gmail
  • Yahoomail
  • Rediffmail
  • Hotmail

Email me kya kya features hote hain

Email के फीचर्स इस बात पर निर्भर करते हैं कि किस कंपनी द्वारा प्रोवाइड किया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर समझ सकते हैं कि जीमेल या फिर याहूमैल या हॉटमेल इत्यादि। Email का नार्मल इस्तेमाल करने के लिए किसी भी Email का इस्तेमाल किया जा सकता है, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai। लेकिन कुछ कंपनियां अपनी सेवाओं के लिए किसी विशेष कंपनी के Email का ही इस्तेमाल करता है। उदाहरण के तौर पर आप गूगल को ले सकते हैं, यदि आप गूगल की किसी भी सर्विस का इस्तेमाल करना चाहते हैं। तो आपको गूगल की Email का इस्तेमाल करना होगा, अन्य किसी Email प्रोवाइडर का इस्तेमाल करके आप गूगल की सेवाओं का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai।

सभी इमेल प्रदाताओं में कॉमन फीचर्स

प्राइमरी/इनबॉक्स

नॉर्मल मैसेज एप्लीकेशन की तरह ही Email सेवा में भी इनबॉक्स होता है, और इसमें सभी सामान्य मैसेज स्टोर होते हैं। जोकि किसी कंपनियां/व्यक्ति द्वारा आपको भेजा जाता है, और आप जिस Email मैसेज को पढ़ चुके होते हैं। उसका कलर सामान्य हो जाता है, जबकि एक unread मैसेज ज्यादा डार्क रहता है, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai।

इंपोर्टेंट

Email में इंपोर्टेंट एक ऐसा लेवल होता है, जिसमें Email सर्विस कुछ महत्वपूर्ण ईमेल्स को इकट्ठा करता है। ताकि आप अपने पास आने वाले सभी महत्वपूर्ण Email को आसानी से चेक कर सकें।

सोशल

Email अकाउंट का इस्तेमाल करके विभिन्न प्रकार के सोशल मीडिया और सामान्य वेब साइट्स पर भी अकाउंट बनाया जा सकता है। और यदि आप अपने Email अकाउंट का इस्तेमाल करके किसी सोशल मीडिया वेबसाइट पर अपना अकाउंट बनाते हैं। तो आपको बहुत सारे ईमेल्स मिल सकते हैं, जिसमें आपको काफी ज्यादा समस्या हो सकती है। जिस वजह से Email प्रोवाइडर एक सोशल लेवल प्रोवाइड करते हैं, और सोशल मीडिया वेबसाइट से आने वाले सभी मैसेज को उस लेवल में डाल देते हैं। और यह मैसेज Email के इनबॉक्स में नहीं दिखाया जाता है, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai।

प्रमोशन

बहुत सारे Email प्रमोशन के उद्देश्य से भी भेजे जाते हैं, जिसमें कई प्रकार की छूट या फिर ऑफर दिए जाते हैं। और यदि कोई भी व्यक्ति या कंपनी आपको इस तरह के यह मेल्स भेजता है, तो Email प्रोवाइडर ऑटोमेटिक उस Email को प्रमोशन लेवल में डाल देता है।

Starred

यदि कोई Email आपके लिए महत्वपूर्ण होता है, तो उस Email में आप स्टार लगा सकते हैं। जिसके बाद वह Email आपके starred लेवल में सेव हो जाएगा, यह मुख्य रूप से आपके लिए तब उपयोगी साबित होगा। जब आपको ढेरों Email मिलते हो और उन Email में से किसी Email को आपको बाद में भी इस्तेमाल करना है। तो आप उसे स्टार लगाकर अलग लेवल में रख सकते हैं, जिससे कि आपको उसे ढूंढने में आसानी हो।

Sent

यदि आप किसी व्यक्ति को कोई भी यह मेल भेजते हैं। तो वह सभी Email आपको sent लेवल में दिखाए जाएंगे। कि आपने कितने Email भेजे हैं और किस Email एड्रेस सब भेजे हैं।

Scheduled

यदि आपको किसी व्यक्ति को किसी निश्चित समय पर Email भेजना है, तो यदि आपको किसी वजह से डर है। कि आप उसे निश्चित समय पर नहीं भेज पाएंगे तो आपसे ड्यूल का इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि ऐसा करने से आप अपना Email पूरी तरह से तैयार कर देते हैं। और अपना समय सेट कर देते हैं, और आपके सेट किए हुए समय पर वह Email ऑटोमेटिक आपके द्वारा सेट किए गए Email पर पहुंच जाता है, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai।

आउटबॉक्स

कई बार इंटरनेट कनेक्शन या फिर गलत Email एड्रेस डाला जिससे की Email भेजना असफल हो जाता है। तो ऐसे में वह मैसेज आउटबॉक्स लेवल में सेव कर दिया जाता है। जिसका मतलब होता है कि किसी गड़बड़ी की वजह से Email भेजा नहीं गया है। और यदि आप उसे फिर से भेजना चाहते हैं, तो अपनी आउटबॉक्स लेवल में जाकर Email को चेक कर सकते हैं, और फिर से प्रयास कर सकते हैं।

ड्राफ्ट

यदि आप किसी Email को लिख रहे होते हैं, और उस दौरान किसी वजह से आपको अपना Email लिखना बंद करना पड़ता है। तो आप उस Email को सेव कर सकते हैं जिससे कि वह Email ड्राफ्ट में से हो जाएगा। और आप फिर से कभी भी उसे लिखना स्टार्ट कर सकते हैं, और भेज सकते हैं।

स्पैम

स्पैम लेबल खासकर उपयोगकर्ताओं को बचाने के लिए बनाया गया होता है। क्योंकि अक्सर ऑनलाइन धोखेधड़ी और हैकिंग जैसी गैर कानूनी प्रक्रिया चलती रहती हैं। तो ऐसे में यदि आपको भी कोई व्यक्ति स्पैम मैसेज भेजता है, तो आपका Email प्रोवाइडर ऑटोमेटिक उस Email को स्पैम लेवल में डाल देगा।

ट्रैश

जब भी आप अपने Email अकाउंट से किसी मैसेज को डिलीट करते हैं तो वह डायरेक्ट डिलीट नहीं होता है। बल्कि उससे ट्रेस लेवल में डाल दिया जाता है, और इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से सुरक्षा की दृष्टि से किया जाता है। क्योंकि यदि आप गलती से किसी Email को डिलीट कर देते हैं, जिसकी आपको पुनः जरूरत पड़ेगी। तो आपके लिए समस्या हो सकती है ऐसे में जब आप किसी Email को डिलीट कर देते हैं, और आपका Email ट्रेस लेवल में जाता है। तो आप उस Email को पुनः हासिल कर सकते हैं, और यदि आप अपना Email डिलीट करते हैं। और वह मैसेज ट्रैश लेवल में जाता है, तो एक निश्चित समय (30 दिन) के बाद वह मैसेज ऑटोमेटिक डिलीट हो जाता है, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai।

Email ka itihas kya hai

इंटरनेट और Email सिस्टम के आविष्कार के साथ Email ऑनलाइन मैसेज भेजने का एकमात्र तरीका था। जिसका इस्तेमाल करके इंटरनेट के जरिए किसी को भी मैसेज या किसी भी प्रकार का फाइल भेजा जा सकता था। लेकिन बढ़ते समय के साथ-साथ टेक्नोलॉजी के बढ़ने के साथ ही विभिन्न प्रकार के मैसेंजर उपलब्ध हो गए हैं। जिससे कि ऑनलाइन मैसेज यह किसी भी प्रकार के डॉक्यूमेंट को ऑनलाइन भेजने के लिए ज्यादातर विभिन्न प्रकार के मैसेंजर का इस्तेमाल होता है। जबकि Email का इस्तेमाल बिजनेस के उद्देश्य से सबसे ज्यादा किया जाता है, Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai।

Email ke fayde kya hain

Email के बहुत सारे फायदे हैं, क्योंकि इंटरनेट के ज्यादातर कार्य Email आधारित ही होते हैं। और यदि Email ना होता तो शायद इन कार्यों को करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता। क्योंकि यदि आप किसी भी वेबसाइट या एप्लीकेशन पर अकाउंट बनाना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको यह मेल की जरूरत पड़ती है, या फिर आप किसी को ऑनलाइन कांटेक्ट करना चाहते हैं। तो भी Email की जरूरत पड़ती है ज्यादातर कंपनियां भी कांटेक्ट के लिए Email सर्विस प्रोवाइड करती हैं।

  • किसी भी व्यक्ति को आप Email के जरिए किसी भी तरह की फाइल भेज सकते हैं
  • वेब साइट्स पर अपना अकाउंट बनाने के लिए Email का इस्तेमाल कर सकते हैं
  • Email के जरिए विभिन्न प्रकार के वेबसाइट के न्यूज़लेटर को सब्सक्राइब कर सकते हैं। जैसे कि आपका विभिन्न प्रकार की जानकारियां आपके Email पर मिलती रहेंगे

Email ki Hani kya hai

Email की हानियां भी बहुत ज्यादा है, और ज्यादातर लोग Email के जरिए ही हैकिंग का शिकार ही बन जाते हैं।

  • भेजने वाले और प्राप्तकर्ता, दोनों व्यक्ति के पास इंटरनेट कनेक्शन जरूरी होता है
  • आपको Email पर फिशिंग, मालीशियस लिंक या फाइल इत्यादि मिल सकते हैं। जोकि हैकर द्वारा आप को भेजे जाते हैं, और यदि आप उस Email पर डिस्काउंट करते हैं, तो आप हैकिंग के शिकार बन सकते हैं

Email ki visheshta kya hai

Email की विशेषता यह है कि आप फ्री में अपना Email अकाउंट बना सकते हैं। और उसका इस्तेमाल भी पूरी तरह से फ्री है एक साथ विभिन्न लोगों को Email भेज सकते हैं। Email का इस्तेमाल एक सामान्य उपयोगकर्ता या फिर एक बिजनेसमैन के रूप में भी कर सकते हैं।

Email ka aavishkar kisne kiya

Email का आविष्कार रे टॉमलिंसन ने किया था क्योंकि रे टॉमलिंसन ही वो व्यक्ति हैं, जिन्होंने @ का इस्तेमाल सबसे पहले किया था। और उसके बाद शिवा अय्यदुरई में एक ऐसा Email प्रोग्राम बनाया, जिसमें इनबॉक्स, ड्राफ्ट इत्यादि विकल्प मौजूद थे। शिवा अय्यदुरई को ही Email के अविष्कारक का खिताब अमेरिका सरकार द्वारा दिया गया।

Email ka malik kaun hai

Email का मालिक कोई भी नहीं है, बल्कि कोई भी इंटरनेट कंपनी अपना Email सिस्टम डिवेलप कर सकता है। और फिर वह चाहे तो उसे अपने पर्सनल कार्यों के लिए इस्तेमाल कर सकता है, और यदि चाहे तो उसे और ज्यादा कस्टमाइज करके उपयोगकर्ताओं के लिए प्रोवाइड कर सकता है।

Email address kya hai

Email एड्रेस किसी Email अकाउंट का वह पता होता है, जिसके जरिए वह किसी भी व्यक्ति को Email भेज सकता है, या Email प्राप्त कर सकता है। या उसकी Email एड्रेस का इस्तेमाल करके किसी वेबसाइट पर अपना अकाउंट बना सकता है। Email एड्रेस कुछ इस तरह दिखता है support@apsole.com। जिसमें @ के पहले का सब यूजरनेम होता है, जो उपयोगकर्ता अपनी पसंद से रख सकता है। और @ के बाद डोमेन नाम होता है यानी कि वह Email किस डोमेन पर चल रहा है।

इस लेख में आपने सीखा Email kya hai, Email ka matlab kya hai, Email ka full form kya hai। हमें उम्मीद है ये लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा।